में खान पान से संबंधित सुझाव
 

कीमोथेरेपी में खान पान से संबंधित सुझाव

कैंसर के इलाज के दौरान हर किसी को खाने से संबंधित समस्या नहीं होती है। कैंसर से पीड़ित लोगों को अक्सर ऐसे आहार का पालन करना होता है जो पोषक भोजन के उनके सोच से अलग होता है। उपचार के तहत कैंसर के रोगियों के लिए ऊच्च पोषण बहुत महत्वपूर्ण है।

यह उनकी मदद करता है:
  • स्वास्थ्य ठीक रखता है और संक्रमण से शरीर के लड़ने की क्षमता को बढ़ता है।
  • उपचार के प्रभावों से निपटने और जल्द ठीक होने में उनकी मदद करता है।
  • वजन बनाए रखने, और उन्हें अपने आप में बेहतर महसूस करने में मदद करता है।
कैंसर के इलाज के दौरान खाने से संबंधित आम समस्याओं में शामिल हैं:
  • भूख में कमी
  • स्वाद या गंध में परिवर्तन
  • कब्ज / डायरिया
  • मुंह का सूखना / मुंह में घाव
  • निगलने में कठिनाई
टिप्स:
  • नियमित अंतराल पर थोड़ा – थोड़ा खाएं, क्योंकि ना खाने से उल्टी की संभावना बनी रहती है
  • धीरे – धीरे खाएं। ज्यादा तरल पदार्थ लें और गर्म भोजन से बचें
  • तला, मसालेदार, वसायुक्त और तेज गंध वाले भोजन से बचें
  • कच्ची सब्जियां / सलाद और छिलका युक्त फलों के सेवन से बचें
  • बासी / बाहर या रोड साइड के खाना खाने से बचें
  • यदि आपको चबाने या निगलने की समस्या है, तो नरम, अर्धनिर्मित, मिश्रित या मुख्य रूप से तरल आहार लें
  • अपने मुंह को साफ और नम रखें
  • ब्रेड, अनाज, चावल, पास्ता, दाल, फल, सब्जियां, अंडे और पोल्ट्री को लाभकारी भोजन माना जाता है
सावधानी:

अभी तक ऐसा कोई ज्ञात आहार, भोजन, विटामिन या खनिज पूरक नहीं हैं जिसके सेवन से कैंसर का उपचार संभव हो। ऐसा कोई ज्ञात आहार भी नहीं है जिनके बारे में ये विश्वास के साथ कहा जा सके कि इनके सेवन से सफेद कोशिका या प्लेटलेट्स की गिनती बढ़ा सकता है। इसलिए रोगियों को वैसे किसी भी अन्य आहार का पालन करने से बचना चाहिए, जिसे प्राकृतिक उपचार के रूप में बढ़ावा दिया जा रहा हो।

कीमोथेरेपी शुरू करने से सम्बंधित सवाल, चिंता और आशंका का होना सामान्य बात है।

कीमोथेरेपी शुरू करने से पहले कुछ जान लेने योग्य बातें:
  1. कीमोथेरेपी / टारगेट थेरेपी ऐसी दवाएं हैं जिनका उपयोग कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए किया जाता है।
  2. कीमोथेरेपी दवाएं कई प्रकार के होते हैं और कभी-कभी दो या तीन दवाएं मिलकर एक मानक प्रोटोकॉल के अनुसार दी जाती हैं।
  3. कीमोथेरेपी विभिन्न तरीकों से दी जा सकती है: ओरल / इंट्रावेनस / इंट्रामस्क्युलर।
  4. सबसे सामान्य इंट्रावेनस है इसमें दवाओं को सेलाइन में डालकर आपके कैंसर के प्रकार के आधार पर कुछ मिनटों से लेकर घंटों तक चढ़ाया जा सकता है।
  5. यह कैनुला / विवो / PICC लाइन या केमो-पोर्ट के माध्यम से चढ़ाया जा सकता है।
  6. यह आपको अस्पताल में भर्ती होने के बाद दिया जाता है: डे केयर (पसंदीदा) / इनडोर वार्ड।
  7. कीमोथेरेपी के दिन आपको अस्पताल सुबह में हल्का नाश्ता करके आना होता है।
  8. कीमोथेरेपी देने से पहले अस्पताल के कर्मचारी आपसे एक सहमती फ़ॉर्म भरवाएंगे।
  9. कीमोथेरेपी शुरू करने से पहले आपका कुछ टेस्ट भी हो सकता है। इसमें खून टेस्ट के साथ मूत्र या हृदय परीक्षण भी शामिल है। साथ ही हर चक्र से पहले कुछ खून टेस्ट दुबारा भी हो सकता है। विस्तृत जानकारी के लिए कृपया अपने डिस्चार्ज स्लिप के अंतिम पृष्ठ को ध्यान से पढ़ें।
  10. आपके उपचार के शिड्यूल में सप्ताह से चार सप्ताह का अंतराल हो सकता है। इसमें साइड इफेक्ट्स / आपकी सहनशीलता या खून जांच रिपोर्ट के कारण भी अंतराल आ सकता है।
  11. सभी कीमोथेरेपी दवाओं में साइड इफेक्ट्स नहीं होता, और साइड इफेक्ट्स प्रयोग किए गए उपचार और इसे प्राप्त करने वाले व्यक्ति के आधार पर भी अलग – अलग हो सकता है। समान उपचार प्राप्त करने पर भी आपका साइड इफेक्ट्स दूसरों से विभिन्न हो सकते है।
  12. कीमोथेरेपी के दौरान अच्छी तरह से खाएं। स्वस्थ, संतुलित आहार आपका पोषण बनाए रखता है। आपके डॉक्टर, नर्स और डायटीशियन एक स्वस्थ आहार योजना बनाने में आपकी मदद कर सकते हैं।
  13. बहुत से लोग कीमोथेरेपी के दौरान कुछ या बिना किसी बदलाव के अपनी दैनिक दिनचर्या जारी रख सकते हैं। हालाँकि, यदि आवश्यक हो, तो अपने काम के समय को समायोजित करने की कोशिश करें या अपनी सहनशक्ति के अनुसार अपने काम और उपचार में सामंजस्य बैठाएं।
  14. अपने हाथों को बराबर धोएं और खाने या ब्रश करने से पहले सैनिटाइज करें। बाथरूम का उपयोग करने के बाद अपने हाथ को अच्छे से धोएं। ठंड, फ्लू, खुले घाव वाले लोगों के संपर्क में आने से बचें।
  15. कीमोथेरेपी के दौरान आप सामान्य से अधिक थका हुआ महसूस कर सकते हैं। थकान के कई कारण हो सकते हैं जैसे कैंसर का इलाज, भूख न लगना, व्यायाम की कमी आदि।
  16. थकावट महसूस होने पर आराम करें।
  17. आहार और संक्रमण संबंधी जानकारी के लिए कृपया दिए गए अन्य रोगी के सूचना पत्र को देखें। हमारी टीम इस संदर्भ में आपके संदेह को दूर करने में प्रसन्नता महसूस करेगी।
  18. यदि आप किसी भी प्रकार के अस्पष्ट चोट या रक्तस्राव का विकास देखते हैं, जैसे कि नकसीर, रक्त के धब्बे, त्वचा पर लाल या नीले चकत्ते या मसूड़ों से खून आना, तो आपको अपने डॉक्टर या अस्पताल से तत्काल संपर्क करना चाहिए।
  19. सभी तरह के कीमोथेरेपी के परिणामस्वरुप बाल नहीं झड़ते। केमोथेरेपी के कारण अलग-अलग लोगों में बालों का झड़ना अलग-अलग मात्रा में हो सकता है। बालों का झड़ना अचानक या धीरे-धीरे हो सकता है।
  20. सेक्शूऐलिटी और फर्टिलिटी के संबंध में अपने डॉक्टरों से स्वतंत्र रूप से सलाह लें।
बालों के झड़ने से संबंधित सुझाव:
  1. . यदि बालों के गिरने की संभावना है, तो उपचार से पहले बालों को कटना अच्छा रहेगा

  2. बालों के लिए नर्म उत्पादों का उपयोग करें

  3. कड़े ब्रश या कंघी से बाल ना बनाएं – बाल बनाने के लिए मुलायम या बच्चों के ब्रश का उपयोग करें

  4. हेअर ड्रायर, टोंग्स और स्ट्रेटनर जैसी वस्तुओं के उपयोग से बचें। अपने बालों को आराम से सुखाएं

  5. अपने डॉक्टर या नर्स से विग्स के बारे में शुरुआत में हीं जानकारी ले लें, ताकि आप अपने बालों के अनुसार उसका चयन कर सकें

  6. बाहर निकलते बक्त हैट या दुपट्टा का प्रयोग करना अच्छा रहेगा

कैंसर या इलाज के बारे में अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें डॉ. प्रतीक पाटिल (कैंसर विशेषज्ञ) 9637439163 पर कॉल करें या मिलने के लिए अपॉइंटमेंट बुक करें